एक कहानी,, वृद्धाश्रम ,,
"अरे नानी इस बैग में इतना सारा सामान क्यों भर लिया है?रजत बार-बार नानी के कमरे में जाता और फिर तरह -तरह के सवाल करता। नानी से यह देखा नहीं गया और गुस्से में बोली जाओ अपनी मम्मी से मेरा आधार -कार्ड मांग कर लें आओ , घर से बाहर जाते समय आधार -कार्ड साथ में होना चाहिए। रजत भागता हुआ अपनी मम्मी के पास गया और बोला मम्मी नानी अपना आधार -कार्ड मांग रहीं हैं। नानी को लग रहा है कि वह तीर्थ यात्रा पर जा रही हैं। मम्मी नानी को सत्य बता दें उन्हें वृद्धा आश्रम जाना है। रजत अपने कमरे में जाओ और पढ़ाई करो कल तुम्हारा मैथ का पेपर है बेकार की बातों में मत पड़ो। कविता ने गुस्से में कहा। सुबह होते ही तैयार हो कर रजत नानी से आशीर्वाद लेने गया बार-बार आवाज लगाई नानी -नानी लेकिन आज रजत की नानी गहरी नींद में सो गयी थीं अब वह भगवान के आश्रम में पहुंच गई थी.....।